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Noida: नोएडा में कपड़े की दुकान में लगी आग, महिला की मौत, पति गंभीर

Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडा में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना में कपड़े की दुकान में लगी भीषण आग से एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका पति गंभीर रूप से झुलस गया। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना सेक्टर-63 थाना क्षेत्र के छिजारसी गांव में मुख्य सड़क पर स्थित एक दो-मंजिला कपड़े की दुकान में हुई।

घटना का विवरण

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि यह घटना सुबह करीब 3:30 बजे की है। सूचना मिलने पर मौके पर तुरंत चार दमकल गाड़ियां भेजी गईं। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की और दुकान में फंसे लोगों को बाहर निकाला।

हादसे के समय सो रहे थे पति-पत्नी

पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, हादसे के वक्त दुकान के मालिक रोहित शर्मा और उनकी पत्नी विनीता पहली मंजिल पर सो रहे थे। आग इतनी भीषण थी कि दोनों बुरी तरह झुलस गए। दमकल विभाग के कर्मचारियों ने दोनों को बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान 34 वर्षीय विनीता की मौत हो गई। वहीं, रोहित की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है।

Noida: नोएडा में कपड़े की दुकान में लगी आग, महिला की मौत, पति गंभीर

शॉर्ट सर्किट से लगी आग की आशंका

पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि, मामले की जांच जारी है और अन्य संभावनाओं की भी जांच की जा रही है।

अग्निकांड की घटनाओं पर चिंता

नोएडा की इस घटना ने आगजनी से होने वाले जान-माल के नुकसान पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना सिर्फ एक लापरवाही का परिणाम हो सकती है, लेकिन ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बिजली के उपकरणों और वायरिंग की नियमित जांच बेहद जरूरी है।

नोएडा की घटना के कुछ ही दिन पहले मध्य प्रदेश के रतलाम से एक और दुखद घटना सामने आई थी। रविवार को एक इलेक्ट्रिक बाइक में चार्जिंग के दौरान आग लगने से 11 साल की बच्ची की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए।

घटना का विवरण

यह घटना औद्योगिक क्षेत्र थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में सुबह करीब 2:30 बजे हुई। पुलिस के अनुसार, भगवत मौर्य नामक व्यक्ति के घर के बाहर चार्जिंग पर लगी इलेक्ट्रिक बाइक में अचानक आग लग गई।

बच्ची की दर्दनाक मौत

पुलिस ने बताया कि आग की लपटों ने घर को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें 11 साल की बच्ची की मौत हो गई। साथ ही, दो लोग घायल हो गए। औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी वीडी जोशी ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि आसपास के लोग भी इसे बुझाने में असमर्थ रहे।

इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं

इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं ने हाल के दिनों में लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इस घटना ने इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग और उनकी चार्जिंग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि चार्जिंग में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की गुणवत्ता और तापमान की निगरानी बेहद महत्वपूर्ण है।

आग से बचाव के लिए एहतियात

इन दोनों घटनाओं से यह साफ होता है कि आग से सुरक्षा के लिए सतर्कता और सावधानी बरतना कितना जरूरी है। चाहे वह घर हो, दुकान हो, या इलेक्ट्रिक वाहन की चार्जिंग, निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  1. इलेक्ट्रिक उपकरणों की नियमित जांच: घर और दुकान की वायरिंग और इलेक्ट्रिक उपकरणों की समय-समय पर जांच करानी चाहिए।
  2. दमकल उपकरण की व्यवस्था: किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दमकल उपकरण जैसे फायर एक्सटिंग्विशर रखना जरूरी है।
  3. चार्जिंग के दौरान सतर्कता: इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्जिंग के दौरान हमेशा निगरानी में रखना चाहिए और उच्च गुणवत्ता वाले चार्जिंग उपकरणों का उपयोग करना चाहिए।
  4. आपातकालीन संपर्क: आग लगने की स्थिति में तुरंत दमकल विभाग और पुलिस को सूचित करना चाहिए।

नोएडा और रतलाम की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि लापरवाही और असावधानी के कारण कितनी बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इन घटनाओं से सबक लेते हुए, आग से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। जहां एक ओर शॉर्ट सर्किट जैसे मामलों को रोकने के लिए बिजली की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है, वहीं दूसरी ओर इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग उपकरणों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना भी अनिवार्य है। ऐसे प्रयासों से हम भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बच सकते हैं और लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।

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